सेंधा नमक एक प्रकार का खनिज है, जिसे नमक का शुद्ध रूप माना जा सकता है। सेंधा नमक का उपयोग खाने योग्य बनाने के लिए इसे किसी भी तरह के केमिकल प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता है।
सेंधा नमक के फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। बस सेंधा नमक के नुकसान के जोखिम कम करने के लिए इसके इस्तेमाल का तरीका ध्यान रखना चाहिए
सेंधा नमक के इस्तेमाल से इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को संतुलित किया जा सकता है।
पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे- बदहजमी, कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकार व गैस से राहत पाने के लिए भी सेंधा नमक के गुण आजमाएं जा सकते हैं।
सेंधा नमक में डिकंजेस्टेंट गुण हो सकते हैं, जो गले में फंसे बैक्टीरिया युक्त बलगम को पतला कर उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं
सेंधा नमक मुंह में जमा हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है। हालांकि, यह कितना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है, इसके लिए अपने डेंटिस्ट से पूछ सकते हैं।
इससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसके बारे में डॉक्टर की उचित सलाह भी ले सकते हैं।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के मुताबिक, हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक वयस्क को प्रतिदिन 1 ग्राम से अधिक और 2.5 ग्राम से कम सोडियम यानी नमक का सेवन करना चाहिए
डॉक्टर की सिफारिश पर सेंधा नमक युक्त तेल से मालिश करने पर माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या से राहत पाई सकती है
सेंधा नमक के क्लींजिंग और डिटॉक्सिफाइंग गुण डेड स्किन सेल्स को एक्सफोलिएट कर स्किन को स्मूद व सॉफ्ट बना सकते हैं।
बालों को धोते समय पानी में सेंधा नमक मिलाया जा सकता है। इसके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए एक बार डर्मेटोलॉजिस्ट से उचित परामर्श लेना सही रहेगा।